गुरु गोबिन्द सिंह (जन्म:पौष शुक्ल सप्तमी संवत् 1723 विक्रमी तदनुसार 12 जनवरी 1666- मृत्यु 17 अक्टूबर 1708 ) सिखों के दसवें गुरु थे। उनके पिता गुरू तेग बहादुर की मृत्यु के उपरान्त ११ नवम्बर सन १६७५ को वे गुरू बने। वह एक महान योद्धा, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। सन १६९९ में बैसाखी के दिन उन्होने खालसा पन्थ की स्थापना की जो सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। गुरु गोबिन्द सिंह जी ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ जन्म गोबिन्द राय 12 जनवरी , 1666 पटना बिहार , भारत मृत्यु 17 अक्टूबर 1708 (उम्र 42) नांदेड़ , महाराष्ट्र , भारत पदवी सिखों के दसवें गुरु प्रसिद्धि कारण दसवें सिख गुरु, सिख खालसा सेना के संस्थापक एवं प्रथम सेनापति पूर्वाधिकारी गुरु तेग बहादुर उत्तराधिकारी गुरु ग्रंथ साहिब जीवनसाथी माता जीतो , माता सुंदरी, माता साहिब देवां बच्चे अजीत सिंह जुझार सिंह जोरावर सिंह फतेह सिंह माता-पिता गुरु तेग बहादुर , माता गूजरी सिख धर्म पर एक श्रेणी का भाग सिख सतगुरु एवं भक्त सतगुरु नानक देव · सतगुरु अंगद देव सतगुरु अमर दास · सतगुरु राम दास · सतगुरु अर्जन देव · सत
Indian History and world history in Hindi and English full Information in detail. India with its cultural heritage